अमरुद के लाभ

🚩सांख्यायन तन्त्र🚩

दुरालापसमायुक्तं दुर्गुणेन समन्वितम्।
सर्वथा वर्ज्जयेच्छिष्यं स्वगुऱोर्वाभिमानिनम्।।

अर्थ:-कटुभाषी बकवासी दुर्गुणों से युक्त तथा अपने गुरु के प्रति धन- बलादि का अभिमान प्रदर्शित करने वाले शिष्य का सर्वथा परित्याग करना चाहिये।।

🌱आरोग्यम्🌱

🍃अमरुद के गुण🍃

🚩अमरूद एक बेहतरीन औषधि अमरूद कई गुणों से भरपूर है।
अमरूद में प्रोटीन 10.5 प्रतिशत, वसा 0. 2 कैल्शियम 1.01 प्रतिशत पाया जाता है।अमरूद विटामिन सी पूर्ति के लिए सर्वोत्तम है।विटामिन सी छिलके में और उसके ठीक नीचे होता है तथा भीतरी भाग में यह मात्रा घटती जाती है। फल के पकने के साथ-साथ यह मात्रा बढती जाती है। अमरूद में प्रमुख सिट्रिक अम्ल है 6 से 12 प्रतिशत भाग में बीज होते है।अमरूद स्वादिष्ट फल होने के साथ-साथ अनेक गुणों से भरा से होता है।

🚩अमरूद के ताजे पत्तों का रस 10 ग्राम तथा पिसी मिश्री 10 ग्राम मिलाकर 21 दिन प्रात: खाली पेट सेवन करने से भूख खुलकर लगती है और शरीर सौंदर्य में भी वृद्धि होती है।

🚩अमरूद खाने या अमरूद के पत्तों का रस पिलाने से शराब का नशा कम हो जाता है।

🚩कच्चे अमरूद को पत्थर पर घिसकर उसका एक सप्ताह तक लेप करने से आधा सिर दर्द समाप्त हो जाता है। यह प्रयोग प्रात:काल करना चाहिए।

🚩गठिया के दर्द को सही करने के लिए अमरूद की 4-5 नई कोमल पत्तियों को पीसकर उसमें थोड़ा सा काला नमक मिलाकर रोजाना खाने से से जोड़ो के दर्द में काफी राहत मिलती है।

🚩डायबिटीज के रोगी के लिए एक पके हुये अमरूद को आग में डालकर उसे भूनकर निकाल लें और भुने हुई अमरुद को छीलकर साफ़ करके उसे अच्छे से मैश करके उसका भरता बना लें, उसमें स्वादानुसार नमक, कालीमिर्च, जीरा मिलाकर खाएं, इससे डायबिटीज में काफी लाभ होता है।

🚩ताजे अमरूद के 100 ग्राम बीजरहित टुकड़े लेकर उसे ठंडे पानी में 4 घंटे भीगने दीजिए। इसके बाद अमरूद के टुकड़े निकालकर फेंक दें। इस पानी को मधुमेह के रोगी को पिलाने से लाभ होता है।

🚩फोड़े और फुंसियों से परेशान हो तो अमरूद की 7-8 पत्तियों को लेकर थोड़े से पानी में उबालकर पीसकर पेस्ट बनालें और इस पेस्ट को फोड़े-फुंसियों पर लगाने से आराम मिल जाएगा।

🚩 चार हफ्तों तक नियमित रूप से अमरूद खाने से भी पेट साफ रहता है व फुंसियों की समस्या से राहत मिलती है।

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