कर ले तू
कर ले तू प्राणायाम ………………...
1. भास्त्रिका :- पांच मिनट ,
रक्त शुद्ध हो जायेगा ।
सर्दी जुकाम एलर्जी दूर, मन स्थिर हो जायेगा
।
2. कपालभाती:- पांच मिनट,
मुखमंडल तेज हो जायेगा ।
गैस कब्ज, मधुमेह सहित, मोटापा दूर हो जाएगा ।
3. बाह्य प्राणायाम:- पांच बार ,
चंचलता दूर हो जायेगा ।
उदर रोग सब दूर होकर , जठराग्नि प्रदीप्त हो
जायेगा ।
4. अनुलोम-विलोम :- दस मिनट,
सिरदर्द ठीक हो जायेगा ।
नकारात्मक चिन्तन से दूर, आनंद, उत्साह बढ़
जायेगा ।
5. भ्रामरी :- ग्यारह बार ,
सब तनाव दूर हो जायेगा ।
रक्तचाप हृदय रोग सहित, उत्तेजना मिट
जाएगा ।
6. ओंकार:- इक्कीस बार,
अनिद्रा रोग ठीक हो जायेगा ।
बुरे स्वप्नों से छुटकारा पाकर, ध्यान लग
जायेगा ।
7.नाड़ी शोधन :- तीन बार ,
रक्त संचार ठीक हो जायेगा ।
बहरापन, लकवारोग मिटे, आॅक्सीजन बढ़
जायेगा ।
8. उज्जायी :- पांच बार ,
गला मधुर हो जायेगा ।
सर्दी जुकाम सहित, हकलाना, ठीक हो
जायेगा ।
9. शीतकारी :- ग्यारह बार ,
पायरिया दूर हो जाएगा ।
दंत रेाग दूर होकर, शीतल शरीर हो जायेगा ।
10. शीतली :- ग्यारह बार ,
भूख प्यास मिट जायेगा ।
मुंह गले के रोग सहित, पित्त रेाग मिट जायेगा
।
11. सिंहासन :- तीन बार,
दर्द गले का ठीक हो जायेगा ।
12. अंत में हृस्यासन ,
हंसते जीवन बीत जायेगा ।
।
प्राणायाम से सभी रोग दूर हो जाते है ।
और, जीवन खुशियों से भर
जाता है ।
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