पंखों
पंखों पे विश्वास नहीं वो परिंदा क्या।चरणों पे विश्वास नहीं वो चरिंदा क्या।सांस लेने का नाम ही ज़िन्दगी नहीं है।अपने आप पे विश्वास नहीं वो ज़िंदा क्या।
My Special Blind(Divyang) Students www.sdpsyoga.blogspot.com
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