जानें याद्दाश्‍त बढ़ाने के लिए ब्रे‍न ट्रेनिंग से क्‍यों बेहतर है योग

🛐जानें याद्दाश्‍त बढ़ाने के लिए ब्रे‍न ट्रेनिंग से क्‍यों बेहतर है योग🛐

ब्रेन ट्रेनिंग और योग दोनों से बढ़ती है याद्दाश्त।लेकिन योग याद्दाश्त बढ़ाने में ज्यादा कारगर है।हाल ही में हुई स्टडी में इस बात की पुष्टि हुई।तीन महीने के कुंडिलिनी योग से होता है अधिक फायदा।

जीवन में सफल होने के लिए और किसी भी परीक्षा को पास करने के लिए इंसान में एकाग्रता, आत्मविश्वास और अच्छी याद्दश्त होनी जरूरी है। इन तीनों के लिए एक योग करना काफी है। योग केवल आपको और आपके शरीर को स्वस्थ ही नहीं रखता बल्कि साथ में याद्दाश्य भी बढ़ाता है। इस बात की पुष्टि हाल ही में आई स्टडी में हो चुकी है। 

इस स्टडी में 55 की उम्र के 25 लोगों को शामिल किया गया जो याद्दाशत संबंधी या सोचने-समझने में आने वाली दिक्कतों से परेशान थे। तीन महीनों के लिए इन 25 लोगों में से कुछ को योग और मेडिटेशन करने के निर्देश दिए गए तो किसी को ब्रेन ट्रेनिंग दी गई। स्टडी के अंत में दोनों समूह में एक जैसी इम्प्रूवमेंट देखने को मिली। इन लोगों को इंसान वा पशु-पक्षियों के नाम याद रहने लगे। लेकिन जिन लोगों ने योगा किया था उनमें अधिक इम्प्रूवमेंट देखी गई। इन लोगों को दृश्य और स्थान संबंधी चीजें अच्छी तरह से याद रहीं।

अवसाद में भी कमी

साथ ही योग करने वालों को एक फायदा और हुआ। इस समूह के लोगों ने अपने अवसाद में काफी कमी महसूस की।ये लोग पहले से अधिक खुश और तरोताजा महसूस करने लगे।इन्होंने हाथ-पैरों को भी अच्छी तरह से खुला हुआ महसूस किया।

ये योग किए गए

इस योग ट्रनिंग में कुंडिलिनी योग की हफ्ते में क्लास होती थी जिसमें ब्रीथिंग एक्सरसाइज, मेडिटेशन, हाथों की एक्सरसाइज और सूर्य की रोशनी को देखना शामिल था।समूह के लोग रोजाना 20 मिनट के लिए कीर्तिन जैसी क्रियाओं में भी भाग लेते थे।

🛐वो समूह जिन्होंने मेमोरी ट्रेनिंग एक्सरसाइज की थी उनकी हफ्ते में मेमोरी बढ़ाने की क्लास चलती थी। ये अपने वीकली सेशन मेंमेमोरी पावर को बूस्ट करने के लिए कई तरह के एक्ससाइज करते थे। जैसे कि कैसे इंसानो, जगहों आदि के नाम याद रखने हैं। कैसे लोगों के चेहरे याद रखे जाते हैं आदि। 

अध्ययनकर्ताओं के अनुसार दोनों समूह की ब्रेन एक्टिविटी में बदलाव दिखे जिससे मेमोरी पावर में इम्प्रूवमेंट दिखी।

🛐योग और ब्रेन ट्रेनिंग

योग से शरीर के सारे अंगों में स्फूर्ति हुई औऱ खून का संचार हुआ जिससे मेमोरी पावर बढ़ी।जबकि ब्रेन ट्रेनिंग में केवल याद करने के तरीकों और ट्रिक्स पर जोर दिए गए।योग आपकी ब्रेन के साथ शरीर की क्षमता भी बढ़ाता है जो आपको स्वस्थ रहने में मदद करता है।
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